
Benefits of solar panels
सोलर पैनल बिजली पैदा करने का एक स्मार्ट और पर्यावरण के अनुकूल तरीका है। ये पैनल बिजली पैदा करने के लिए सूरज की रोशनी का इस्तेमाल करते हैं। यह एक स्वच्छ, नवीकरणीय ऊर्जा का स्रोत है।
सोलर पैनल के मुख्य लाभ
सोलर पैनल इस्तेमाल करने के अनेकों लाभ हैं, जिनमें से पहला एवं मुख्य लाभ है- पैसे की बचत। सोलर पैनल का इस्तेमाल आपके बिजली के बिल को कम करने में बहुत मदद करते हैं। एक बार सही तरीके से इंस्टॉल और सेटअप हो जाने के बाद, यह सूर्य की ऊर्जा से मुफ्त बिजली पैदा करेगा। समय बीतने के साथ-साथ, यह आपके बिजली बिलों पर बहुत सारा पैसा बचाएगा।
पर्यावरण के अनुकूल
सौर ऊर्जा किसी भी हानिकारक गैस, कार्बन या अन्य कोई हानिकारक तत्व का उत्पादन नहीं करती है। जीवाश्म ईंधन (जैसे-पैट्रोल, डीजल आदि) के उपयोग को कम करने में मदद करती है, इस तहर के जीवाश्व ईंधन प्रयोग करने से पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। आप सोलर पैनल का उपयोग करके जलवायु परिवर्तन से लड़ने में मदद कर सकते हैं।
सौलर पैनल की आयु व कम रखरखाव
सोलर पैनल को बहुत कम रखरखाव की आवश्यकता होती है। वे 25-30 साल या उससे अधिक समय तक कुशलता से काम कर सकते हैं, केवल समय-समय पर उनकी सफाई करते रहने की आवश्यकता होगी।
ऊर्जा स्वतंत्रता अर्थात महंगी बिजली से आजादी
सोलर पैनल अपनी बिजली खुद बना सकते हैं। इससे ऊर्जा कंपनियों पर आपकी निर्भरता कम हो जाती है और आप बढ़ती ऊर्जा कीमतों से बच जाते हैं।
सरकारी सब्सिडी सहायता
केंद्र और राज्य सरकारें सोलर पैनल लगाने के लिए सब्सिडी और कर लाभ प्रदान करती हैं। ये प्रोत्साहन राशि उपयोगकर्ताओं को अधिक किफायती तरीके से सौर ऊर्जा अपनाने में मदद करते हैं। पैसे बचाने और पर्यावरण की रक्षा करने के लिए सौर ऊर्जा अपनाना एक बढ़िया विकल्प है। यह स्वच्छ, हरित भविष्य के लिए एक स्मार्ट निवेश है।
तो, अपने घर पर एक रुपया खर्च किए बिना सोलर पैनल सिस्टम स्थापित करने या किसी भी जानकारी के लिए 9068307014 पर संपर्क करें।
आईये अब बात करते हैं कि जिस सोलर पैनल के विषय में आज पूरे विश्व में चर्चाऐं चल रही हैं, आखिर वह क्या है?
सोलर पैनल एक ऐसा उपकरण है जो सूर्य के प्रकाश को बिजली में परिवर्तित करता है। छोटी इकाइयों (सैल्स) से मिलकर बनता है। कई इकाइयों को फोटोवोल्टिक सेल कहा जाता है। इन इकाईयों को सूर्य के प्रकाश को अवशोषित करने और इसे विद्युत ऊर्जा में बदलने के लिए डिजाइन किया गया है।
सोलर पैनल कैसे काम करते हैं-
सूरज की रोशनी स्क्रीन पर पड़ती है, इसलिये सोलर पैनल ऐसी जगह लगाए जाते हैं जहाँ उन्हें सबसे ज्यादा धूप मिल सके, जैसे छत या खुली जगह। जब सूरज की रोशनी सोलर सेल पर पड़ती है, तो यह बिजली पैदा करती है।
सोलर पैनल से बनने वाली बिजली का उपयोग-
इस बिजली से लाइट, पंखे AC और बिजली के उपकरण चलायें जा सकते हैं या इन्वर्टर बैटरी के उपयोग से इस सोलर पैनल से बनने वाली बिजली को बैटरी में स्टोर किया जा सकता है ताकि जरूरत के वक्त बाद में इस्तेमाल किया जा सके।
सोलर पैनल किससे बनती है-
सोलर पैनल आमतौर पर सिलिकॉन से बने होते हैं, जो सूरज की रोशनी को बिजली में बदलने में मदद करते हैं। सुरक्षा के लिए इसे कांच की कई परतों से ढका जाता है और सभी भागों को पकड़ने के लिए एक फ्रेम होता है।
सौर पैनलों का उपयोग
- सौलर पैनलों का उपयोग हम अपनी किसी भी जरूरत के लिये कर सकते हैं जैसे-
- घर और कार्यालय के विद्युत उपकरण
- कारखाने में मशीनरी का संचालन करें।
- दूरदराज के क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति करें।
- लैंप और मोबाइल चार्जर जैसे सौर ऊर्जा से चलने वाले उपकरण।
सौर पैनल क्यों महत्वपूर्ण हैं?
सौर पैनल स्वच्छ, नवीकरणीय (रिन्यूएबल) ऊर्जा स्रोत हैं। यह बिजली की लागत को कम करता है और पर्यावरण के अनुकूल है क्योंकि यह प्रदूषण या ग्रीनहाउस गैसों का उत्पादन नहीं करता है।
सरकार द्वारा सब्सिडी-
सब्सिडी का मतलब सरकार द्वारा उपभोक्ताओं के लिए कुछ वस्तुओं या सेवाओं की कीमत कम करने के लिए दी जाने वाली वित्तीय सहायता है। सौर पैनलों के मामले में सब्सिडी शुल्क को सौर ऊर्जा सिस्टम को अधिक किफायती बनाने के लिए एक लाभ या प्रोत्साहन माना जाना चाहिये।
सौर सब्सिडी शुल्क के प्रकार-
कई बार सरकार सौर ऊर्जा स्थापना की लागत का एक निश्चित प्रतिशत सब्सिडी के रूप में आवंटित करती है। उदाहरण- भारत में, सरकार 3 किलोवाट तक के आवासीय रूफटॉप सौर प्रणालियों के लिए 25 से 40 प्रतिशत तक की सब्सिडी प्रदान करती है।
सरकार को बिजली बेचकर लाभ-
कोई भी उपभोक्ताओं यदि अपने उपयोग से अधिक बिजली उत्पादन करता है तो उस अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में वापस भेज देते हैं। ऐसी स्थिति में सरकार या बिजली कम्पनियां उस ऊर्जा के लिए एक निश्चित दर का भुगतान कर सकती हैं। प्रत्येक राज्य में इसका तरीका अलग-अलग हो सकता है।
नेट मीटरिंग लाभ-
नेट मीटरिंग के अंतर्गत उपभोक्ताओं को केवल उनके द्वारा उपयोग की जाने वाली शुद्ध बिजली के लिए बिल भेजा जाता है। (कुल खपत में से सौर ऊर्जा घटाएँ) जिससे ऊर्जा लागत कम हो जाती है।
कम ब्याज दर पर ऋण (सौलर पैनल लगवाने के लिये)
सरकार द्वारा सौर ऊर्जा सिस्टम लगाने के लिए कम ब्याज दर पर ऋण प्रदान करने के लिए बैंकों के साथ सहयोग करती है ताकि उपभोक्ता को कम ब्याज पर बैंक लोन आसानी से मिल सके।
कृषि सहायता-
किसानों को सौर ऊर्जा से चलने वाले जल पंपों के लिए सब्सिडी मिलती है। इसकी मदद से उनकी सरकारी बिजली पर निर्भरता समाप्त हो सकती है एवं खेती के लिये पानी अपनी जरूरत के अनुसार प्राप्त करना अत्यधिक आसान हो जाता है।
सब्सिडी के लाभ-
- सौर ऊर्जा पैनल की स्थापना को किफायती बनाना।
- नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना।
- पारंपरिक बिजली पर निर्भरता कम करना।
यदि आप भी अपने घर या संस्थान की छत पर सरकारी सब्सिडी के साथ विश्व स्तरीय सौलर पैनल सिस्टम लगवाना चाहते हैं, तो 9068307014 पर संपर्क करें।